भगवान श्री देवनारायण गुर्जरों के आराध्य देव हैं .उन्हें भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है. सांस्कृतिक अवधारणा के अनुसार भगवान देवनारायण का जन्म हिन्दू कैलेंडर के अनुसार विक्रम संवत 968 (911 ईस्वी ) के माघ माह कि शुक्ल सप्तमी को हुआ था. एतिहासिक अवधारणा यह है कि उनका जन्म विक्रम संवत कि 10 वी सदी में हुआ था एक दूसरा पक्ष यह भी बोलता है कि वे विक्रम संवत के ही 1200 -1400 के बीच जन्मे थे.लेकिन सास्कृतिक अवधारणा ही ज़्यादातर लोग मानते हैं.
भगवान श्री देवनारायण कि माता पूज्यनीय माता साधू गुर्जरी और पिता पूज्यनीय श्री सवाई भोज जी हैं.
भगवान देवनारायण की कथा के दो पहलु हैं एक वह पहलु है जिसे कि बगडावत भारत कहते हैं जिसमे कि 24 गुर्जर भाई हैं जो उस समय के बहादुर बाघसिंह के पुत्रों के रूप में जन्म लेते हैं.और 12 साल बाद रण क्षेत्र के युद्ध में उसके मुखिया के हाथों मारे जाते हैं.दूसरा पहलु भगवान देवनारायण के चमत्कारों से भरा हुआ है.जिसमे भगवान देवनारायण और उनके चचेरे भाई ने रण क्षेत्र के मुखिया से बदला ले लिया.
निरंतर..............
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